महमूदाबाद, सीतापुर
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आहवान पर महमूदाबाद लेखपाल शाखा द्वारा तहसील परिसर में एक दिवसीय धरना देते हुए प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खां के विरूद्ध जमकर मुर्दाबाद के नारे लगाये गये। तत्पश्चात मुख्यमंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा गया। लेखपाल संघ महमूदाबाद शाखा के उपाध्यक्ष कमलाकर श्रीवास्तव ने कहा कि आटो रिक्शा वितरण कार्य में लेखपालों का कोई दायित्व नहीं था। नगर पालिका, नगर निगम व डूडा द्वारा रिक्शा चालकों का रजिस्ट्रेशन किया गया था। किन्तु प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खां द्वारा अपने विभाग पर पर्दा डालकर लेखपालों के विरूद्ध अशिष्ट भाषा में टिप्पणी की और सरकार की छवि धूमिल की। इस कृत्य को लेखपाल बर्दाश्त नहीं करेंगें उन्होने आजम खां के बयान की कठोर शब्दोें में निंदा करते हुए आजम खां को मंत्रिमण्डल से बाहर किये जाने की मांग की। शाखा महमूदाबाद के मंत्री बजरंग प्रसाद रावत ने भी लेखपालों के विरूद्ध अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल करने वाले मंत्री के विरूद्ध घोर निंदा करते हुए कहा कि लेखपाल ही एक ऐसा कर्मचारी है जो अपने विभागीय दायित्वों के साथ साथ अन्य कई विभागों के कार्य सम्पन्न करता है और शासन की लगभग सभी नीतियों को जमीन पर उतारने का कार्याें में लेखपाल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वह शासन का सबसे विश्वसनीय कर्मचारी होता है। राजनेताओं और मंत्रियों द्वारा आये दिन लेखपाल संवर्ग पर मानसिक प्रहार किया जाता है। जिसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है। तहसील परिसर में प्रातः 10 बजे से शुरू हुआ लेखपालों का धरना प्रदर्शन शाम 4 बजे तक चलता रहा। 2 बजे लेखपालों ने मुख्यमंत्री से सम्बोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।इस अवसर पर उपमंत्री पंकज शुक्ला, लेखाकर परीक्षक संदीप मौर्य, कनिष्ठ उपाध्यक्ष देवेश मिश्रा, कोषाध्यक्ष ललित सिंह, रामलखन यादव, जिला उपसचिव ओमप्रकाश यादव, मोहम्मद गुुफरान, प्रदीप शाह, पूर्णेन्द्र प्रकाश, रंजना, सुमन भारती, अंजली माला, अनामिका गौतम, श्वेता वर्मा, अनीता, निकिता गौतम सहित अन्य लेखपाल उपस्थित थे।