जिंदगी से जंग हार गई मात्र पौने दो वर्ष की हिमांशी



पढिये महमूदाबाद से वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार जैन की रिपोर्ट

हिमांशी की मौत पर सवालों के घेरे में आ गया बाल विकास परियोजना व स्वास्थ्य विभाग
महमूदाबाद, सीतापुर
प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा प्रदेश से कुपोषण दूर करने के लिये जिलाधिकारी द्वारा महमूदाबाद ब्लाक के ग्राम शाहिनपुर खेरिया को गोद लेने के बावजूद अतिकुपोषित पौने दो वर्षीय बालिका हिमांशी की मौत ने बाल विकास परियोजना व स्वास्थ्य विभाग के ऊपर सवालिया निशान खडे कर दिये हैं क्योंकि अतिकुपोषित बच्चोें व गर्भवती महिलाओं की देखरेख की जिम्मेदारी उक्त विभागों की थी। उक्त प्रकरण में अधिकारी अपनी गर्दन बचा कर निचले  स्तर के कर्मचारियों पर गाज भले गिराकर अपना बचाव करे किन्तु डीपीओ अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती हैं। मुख्यमंत्री द्वारा कुपोषण दूर करने के लिये चलाये गये अभियान के बाद जनपद के तत्कालीन जिलाधिकारी ने ग्राम साहिनपुर खेरिया को गोद लेकर व कुपोषित बच्चों व गर्भवती महिलाओं की देखरेख की जिम्मेदारी बाल विकास परियोजना व स्वास्थ्य विभाग को सौंपी थी। जिला परियोजना अधिकारी को लगातार मानीटरिंग करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी किन्तु जिला परियोजना अधिकारी केवल गांव साहिनपुर खेरिया तभी पहुंची जब जब जिलाधिकारी का निरीक्षण कार्यक्रम लगा इसके अतिरिक्त उन्होने कभी भी गांव पहुंचकर निरीक्षण करना मुनासिब नहीं समझा। केवल बाल विकास परियोजना अधिकारी महमूदाबाद या सुपरवाइजर से ही स्थिति की जानकारी लेती रही। स्वास्थ्य विभाग भी केवल एएनएम के सहारे ही रहता था उक्त विभाग के केन्द्र अधीक्षक तभी पहुंचते जब डीएम आदि का निरीक्षण किया जाना होता था। एसडीएम व खण्ड विकास अधिकारी भले ही जिलाधिकारी के निर्देश पर निरीक्षण करने अवश्य जाते थे। 15 अप्रैल को जिलाधिकारी निरीक्षण कार्यक्रम से पूर्व बाल विकास परियोजना अधिकारी ने 14 अप्रैल को हिमांशी की स्थिति को देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा था जहां चिकित्सकों ने बच्चों को जिला चिकित्सालय के एनआरसी में भर्ती कराने को कहा था किन्तु विभाग के अधिकारियों ने ढिलाही बरतते हुए तत्काल बच्ची को एनसीआर नहीं भेजा। 15 अप्रैल को जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी के निरीक्षण के दौरान डीएम के सख्त निर्देशों के बाद बाल विकास परियोजना अधिकारी व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक गांव के अतिकुपोषित  चार बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया जहां हिमांशी की 18 अप्रैल को मृत्यु हो गई। 

डीएम के गोद लिये गांव में लापरवाही चर्चा का विषय
महमूदाबाद, सीतापुर
डीएम द्वारा गोद लिये गांव  के प्रति जब विभाग इतना लापरवाह हो सकता है तो अन्य गांवों की क्या स्थिति हो यह बात पूरे जनपद में चर्चा का विषय बन गई। लोग कह रहे हैं कि जब जिलाधिकारी द्वारा गोद लिये गये शाहिनपुर खेरिया के कुपोषित बच्चों के साथ यह लापरवाही हो सकती है जो जनपद के अन्य गांवों में कुपोषित बच्चों के प्रति कितनी लापरवाही हो रही होगी? इसका अंदाजा स्वयं जिलाधिकारी लगा सकते हैं।

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