एक भी मीट की दुकान पंजीकृत नहीं- ईओमहमूदाबाद, सीतापुर
प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही अधिकारियों की प्राथमिकताएॅं बदल गई। नई सरकार की प्राथमिकताओं को पूरा करने में प्रशासनिक अमला जुट गया। शायद बदली सरकार का ही नतीजा ही है कि चिकमण्डी के नाम से मशहूर महमूदाबाद का वह तिराहा जहां करीब आधा दर्जन छोटी-बडी मांस की दुकानें हुआ करती थीं। सरकार के निर्देश के चलते इस तिराहे के साथ पूरे नगर व क्षेत्र की मांस की दुकानें बंद हो गई। नगर में चल रही मांस बिक्री दुकानों के लाइसेंस पंजीकरण का कार्य पालिका द्वारा किया जाता रहा है किन्तु मौजूदा समय में पालिका के समय बताने के नाम पर एक भी लाइसेंस नहीं है।
नगर क्षेत्र में मांस बिक्री का प्रमुख केन्द्र चिकमण्डी का नामकरण कब और कैसे हुआ यह किसी को पता नहीं है। नाम के अनुसार चिकवा जिसे कसाई नाम से जाना जाता है का केन्द्र होने के कारण शायद इस तिराहे का नाम चिकमण्डी पडा होगा क्योंकि यहां यूको बैंक के दूसरे किनारे के मोड पर करीब पांच दशक से मीट शाॅप चली आ रही है। इसी के साथ इसके आसपास दो-तीन दुकानें ताजे मीट के नाम से थी। इस तिराहे के अलावा रेलवे स्टेशन, मोतीपुर चैराहा, कटरा मोहल्ला के साथ नगर के कई वार्डाें में मांस की दुकानें सजती थीं। प्रदेश में भाजपा सरकार के बनने के साथ योगी के मुख्यमंत्री बनने पर अवैध स्लाटर हाउस बंद करने के फरमान के साथ नगर व क्षेत्र की मांस दुकानें बंद हो गई। मांस की दुकानों को बंद कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने अभियान चलाया। गत दिवस पुलिस उपाधीक्षक जितेन्द्र सिंह, कोतवाल धर्मेन्द्र रघुवंशी व एसआई बलराम मिश्रा सहित समस्त पुलिस उपाधीक्षकों द्वारा पूरे क्षेत्र में अभियान चलाकर मांस बिक्री की दुकानों को बंद कराया गया। नगर क्षेत्र में चलने वाली मांस की दुकानों के लाइसेंस पालिका में पंजीकृत होते रहे हैं किन्तु चालू वित्तीय वर्ष में एक भी मांस की लाइसेंसी दुकान का न होना आश्चर्य का विषय है। इस सम्बंध में पालिका अधिशाषी अधिकारी शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि महमूदाबाद व पैतेपुर में एक भी मांस बिक्री की लाइसेंसी दुकान नहीं है।
पैतेपुर में भी बूचडखानों पर ताला
महमूदाबाद, सीतापुर
भारतीय जनता पार्टी के लोक कल्याण संकल्प पत्र के चुनावी वादों को बूचडखानों का बंद करवाना प्राथमिकता में था। इसी प्राथमिकता को पूर्ण करने के लिए पुलिस ने कस्बा पैतेपुर के विभिन्न मोहल्लों में चल रहे मांस बिक्री केन्द्रों को बंद करवा दिया। नगर पंचायत पैतेपुर के पीलखाना, मस्जिद टोला, पट्टी माहनगर, कोठी, सब्जी मण्डी तथा प्राथमिक पाठशाला द्वितीय के समीप मांस व्यापारियों ने अपनी दूकानें खोल रखी थी। इन दुकानों में छोटे पशुआंें बकरी, मर्गी, भेड आदि का खुले में वधकर मांस बेचा जा रहा था। पुलिस ने सरकार की नीतियों के अनुसार अभियान चलाकर मांस बिक्री केन्द्र व बूचडखानों को बंद करवा दिया। मांस के बिक्री बंद होने से दूकानों पर ताला लटक रहे है।