महिलाओं की शिकायत पर दो भ्रष्टाचारियों पर दर्ज हुआ मुकदमा


महमूदाबाद, सीतापुर
गरीब लाभार्थियों को शासन की योजना के तहत आवास दिलाने के नाम पर गरीबों से ठगी करने वाले रोजगार सेवक के साथ बैंक मित्र के विरूद्ध सदरपुर थाने में बीडियो व प्रधान तथा ग्राम पंचायत अधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई।  
ब्लाक महमूदाबाद के कोठिला गांव निवासी हाजिरा पत्नी साबित अली तथा जरीना पत्नी अलियार अली ने अपने ही गाँव के रोजगार सेवक राजकुमार वर्मा पुत्र रामप्रकाश तथा गाँव के ही बैंक मित्र धर्मेंद्र वर्मा पुत्र राज नारायन व इनके अन्य साथी मटरू पुत्र बैजनाथ ,अमित पुत्र भगौती प्रसाद पर आवासो व मनरेगा भुगतान में हेरफेरी कर रूपए हडपने का आरोप लगाया है। पीड़ितों का आरोप है कि रोजगार सेवक ने प्रति आवास दस हजार से बीस हजार रूपए तक सुविधा शुल्क के नाम पर उच्च अधिकारियों को देने के बहाने वसूल किया है। इसके साथ ही बैंक मित्र के द्वारा इन्ही के इशारे पर खाताधारक की गैर मौजूदगी में भुगतान भी कर दिया जाता है। उक्त रूपए के लेन देन की  सेटिंग गांव के मटरू व अन्य साथियों के द्वारा की जाती है।

 पीड़ितों द्वारा जिलाधिकारी को भेजी गई शिकायत पर स्थलीय जाँच करने पहुंचे खण्ड विकास अधिकारी ए. के. सिंह ने गांव जाकर ग्रामीणों से बयान लिया। गांव के ओम प्रकाश पुत्र राध्येश्याम, देशराज पुत्र बलराम, केशव पुत्र मुरली, पप्पी पत्नी नरेन्द्र, कान्ति  पत्नी भगौती, नीलम पत्नी दर्शन, पुष्पा पत्नी रामधार समेत पैंतालिस लोगों ने अपने लिखित बयान में यह बात बताई कि हम लोगों से रोजगार सेवक और बैंक मित्र ने आवास दिलाने के नाम पर धन उगाही की है।
बीडीओ महमूदाबाद ने प्रकरण को प्रथम दृष्ट्या मामला भ्रष्टाचार का मानते हुए सदरपुर थाने में ग्राम पंचायत अधिकारी आशीष कुमार के साथ संयुक्त रूप से उक्त आरोपियों के विरूद्ध प्रार्थना पत्र देकर अभियोग पंजीकृत कराया।

जब आरोपी रोजगार सेवक व बैंक मित्र से बात कर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो रोजगार सेवक राजकुमार ने बताया कि उक्त आरोप बेबुनियाद हैं हमने किसी भी प्रकार का कोई गबन नहीं किया है। प्रत्येक आवास के नाम पर प्रधान से लेकर ब्लाक तक सुविधा शुल्क के नाम पर मेरे द्वारा अवैध वसूली के लिए दबाव अवश्य बनाया जाता रहा है। अधिकारियों के कहने पर ही आवास के पात्र लोगों से रूपए देने की बात की थी। बैंक मित्र धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि हमारे यहाँ भुगतान बिना अंगूठा लगाए हो ही नहीं सकता और खाताधारक की अनुपस्थिति में यह संभव ही नहीं है। मेरे द्वारा लोगों के गलत काम के लिए मना करने के कारण ही कुछ लोगों नें मुझ पर आरोप लगाकर मुझे फंसाने की कोशिश की है।


जब इन आरोपो को लेकर बीडीओ महमूदाबाद से उनके मोबाइल पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि रोजगार सेवक की शिकायतों की फेहरिस्त काफी लंबी है। इससे पूर्व भी रोजगार सेवक की शिकायत शासन स्तर पर हो चुकी है जिसमें जांच हुई थी। किंतु तथ्यों के अभाव में बच गया था। पुनः ग्रामीणों की शिकायतें मिलने पर मैंने एडीओ एसटी, एडीओ कोपरेटिव.एवं एपीओ व पुलिस के साथ जिलाधिकारी के आदेश पर मामले की गहन जांच की। शिकायतकर्ताओं द्वारा मामले की पुष्टि होने के बाद मेरे द्वारा सदरपुर थाने पर अभियोग पंजीकृत कराया गया। खंड विकास अधिकारी ने बताया कि आरोपों के हिसाब से यह रोजगार सेवक लगभग सवा सौ आवासों के लाभार्थियों से सुविधा शुल्क के नाम पर काफी धन उगाही करन केे साथ ही प्रति मस्टर रोल पर चैदह हजार की राशि को हडपने का भी मामला प्रकाश में आया है। इस विषय में जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष सदरपुर सचिन सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला धारा-419, 420, 463 ,466, 467 के तहत अभियोग दर्ज करके आरोपियों को जेल भेजने की कार्यवाही की जा रही है।

 

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1 comments:

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17 March 2017 at 08:19 delete

Good job Mr Ayush Jain journalist

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