- दिन दहाडे हुई लूट के पीडित व्यापारी के घर जायजा लेने पहुंचे एएसपी दक्षिणी
महमूदाबाद (सीतापुर)
नगर मेें पैंतेपुर मार्ग पर सशस्त्र डकैतों द्वारा दिन-दहाड़े थोक लोहा व्यापारी को घर डकैती की वारदात को अंजाम देने के दूसरे दिन भी नागरिक गहरे सदमें में हैं। घटना के तीस घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। जिससे लोगों में गहरा आक्रोश व्याप्त है। पुलिस की लचर कार्यशैली की चारों ओर निंदा हो रही है। अति व्यस्ततम मार्ग पर डकैतों द्वारा वारदात को अंजाम देने के बेखौफ तरीके से सभी स्तब्ध हैं। पीड़ित को ढांढस बंधाने अधिकारियों के साथ समाजसेवी पहुंच रहे हैं। पीड़ित काफी भयभीत है। घटना के दूसरे दिन अपर पुलिस अधीक्ष दक्षिणी सुभाष चंद्र गंगवार ने कोतवाल व कस्बा इंचार्ज के साथ पहुंचकर घटनास्थल का मौका मुआयना किया और व्यापारी को सुरक्षा व शीघ्र घटना के खुलासे का आश्वासन दिया।
नगर के बेलदारी टोला आंशिक वार्ड के पैंतेपुर मार्ग पर स्थित यश आयरन स्टोर के मालिक हरिओम गुप्त पुत्र श्याम नरायन की थोक लोहे की दुकान है। दुकान के ऊपर ही हरिओम का आवास बना है। हरिओम की पत्नी संध्या इकलौते बेटे यश के साथ चार मई से लखनऊ के विकास नगर सेक्टर चार में रह रही है। डकैतों ने हरिओम गुप्त के घर से मंगलवार की सुबह करीब सवा नौ बजे दिन-दहाड़े करीब बीस लाख के जेवर, के साथ लाइसेंसी रिवाल्वर व तीस जिंदा कारतूस लूट लिए थे। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने धारा 392 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी किंतु घटना के तीस घंटे बीत जाने के बाद भी घटना के खुलासे की दिशा भी नहीं तय कर पाई है। दिन-दहाड़े हुई डकैती से भयभीत नागरिक पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहते हैं कि पुलिस चैराहों पर बालू, भूसा, मिट्टी की ट्रालियों से वसूली के अलावा कुछ नहीं करती। लुटे व्यापारी का घर रामकुंड चैराहे से मात्र दो सौ मीटर दूर है। रामकुंड चैराहे पर पुलिस पिकेट है। चैबीस घंटे चैराहे पर भीड़ रहती है। दो सौ कदमों की दूरी पर मौजूद पुलिस व व्यापारी के घर के सामने वाहनों का बराबर आना-जाना लगा रहता है। पुलिस वर्दी से बेखौफ बदमाश दुस्साहसिक घटना को अंजाम देकर आराम से चंपत हो गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
आधुनिक तकनीक से लैस पुलिस व्यापारी व उसके नौकर के गायब मोबाइलों तक भी नहीं पहुंच सकी। घटना के दूसरे दिन पुलिस का खाली हाथ देख नागरिक बेहद आक्रोशित हैं तथा पीड़ित भयभीत है। घर में अकेले रहने वाला व्यापारी हरिओम ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी किंतु घटना के बाद रात में मौके पर एक भी बार पुलिस ने झांककर देखा तक नहीं। घटना के दूसरे दिन एडीशनल एसपी सुभाष चंद्र गंगवार ने पीड़ित व्यापारी के घर पहुंचकर घटना के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। घटना के शीघ्र खुलासे को लेकर किए जा रहे प्रयासों के संबंध में उन्होंने बताया कि पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं। जल्द ही घटना का राजफाश कर दिया जाएगा। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष व काबीना मंत्री नरेंद्र सिंह वर्मा के बड़े भाई महेंद्र सिंह वर्मा ने व्यापारी के घर पहुंचकर ढांढस बंधाते हुए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।