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sambodhit karte mantri Naredra Verma.............................................................(mmbsamachar) |
महमूदाबाद, सीतापुर
हिम्मत व साहस के साथ इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने वाली दिव्यांग मोहिनी के दोनों पैर पूरी तरीके से निष्क्रिय हैं। मोहिनी घिसटकर हाथों के सहारे चलने को विवस है किंतु मोहिनी के दिल में आसमान छूने का हौंसला अभी टूटा नहीं है। आर्थिक तंगी के कारण उसकी पढ़ाई चार साल से बंद है। मोहिनी अपने हौंसलों को हवा देने वाले पंखों की तलाश में दर-दर भटक रही है। शनिवार को पहला में विकलांग शिविर में पहुंचे राज्यमंत्री नरेन्द्र सिंह वर्मा से मोहिनी ने मदद की गुहार लगाई। राज्यमंत्री ने तत्काल निदान का आश्वासन भी दिया।
विकास खंड पहला के ऊंचगांव मजरे देवकलिया निवासी शंकर दयाल शुक्ल के चार पुत्र व तीन पुत्रियां हैं। दो पुत्रियों की शादी हो चुकी है और तीसरे नंबर की पुत्री मोहिनी दोनों पैरों से पूरी तरीके से निशक्त है। बचपन से मोहिनी कुशाग्र बुद्धि की होने के कारण गांव के स्कूल से पढ़ाई शुरू कर किसी तरह से वर्ष 2012 में इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। परिवार की माली हालत ठीक न होने के कारण माता-पिता ने दिव्यांग बेटी मोहिनी की पढ़ाई रोक दी। पढ़ाई रुकने से क्षुब्ध दिव्यांग मोहिनी घर में अपने 75 वर्षीया बाबा प्यारेलाल के साथ रह रही है। दिव्यांग को जीवन यापन के लिए काफी संघर्ष करना पड़ रहा है। दिव्यांग के घर का नल खराब है और पास-पड़ोस कोई नल न होने के कारण पेयजल का संकट है। दिव्यांग ने समाज कल्याण राज्यमंत्री नरेंद्र सिंह वर्मा से भेंटकर नल लगवाए जाने व आगे की पढ़ाई शुरू कराने में सहायता की मांग की। राज्यमंत्री ने विकलांग की समस्याओं का तत्काल निदान कराने का आश्वासन दिया।