महमूदाबाद, सीतापुर
नगर में अण्डरग्राउण्ड विद्युत केबिल के लिये खोदे गये गड्ढों की मरम्मत कार्यदायी संस्था ने फौरी तौर पर कर दी गई थी। केबिल के लिये खोदी गई सडकें पहली बरसात भी न झेल पाईं और मरम्मत की पोल खुल गई। दर्जनों स्थानों पर सडक धंस गई जिससे राहगीरों को आने जाने में असुविधाओं का सामना करना पड रहा है।
नगर की विद्युत व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये क्षेत्रीय विधायक समाज कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह वर्मा के आग्रह पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 36 करोड की लागत से महमूदाबाद में महानगरीय विद्युत व्यवस्था उपलब्ध कराने के तहत प्रदान किये थे। इस धनराशि से भूमिगत लाइन बिछाने के लिये कार्यदायी संस्था ने मानक के विपरीत काफी पास-पास गड्ढे खोदकर विद्युत केबिल डालने का कार्य किया गया था। एक गड्ढे से दूसरे गड्ढे तक मशीन से सुरंग बनाना था किन्तु ऐसा न किया गया। गड्ढों को मिट्टी डालकर पाट दिया गया और ऊपर सीमेण्ट का लेप लगा दिया गया। इससे रामकुण्ड के पास हनुमान मंदिर के नीचे करीब 6 फिट सडक जलभराव के बाद धंस गई। इसी प्रकार बजाजा बाजार ब्लाक रोड व नई बाजार बेलदारी टोला आदि में कई स्थानों पर सडक धंसने से राहगीरों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड रहा है। इस सम्बंध में गत दिनों नगर में आए जिलाधिकारी के समक्ष पत्रकारों ने अण्डरग्राउण्ड कार्य के लिये खोदे गये गड्ढों की मरम्मत बरसात बाद कराने की मांग की थी किन्तु कार्यदायी संस्था ने मनमाने तरीके से गड्ढों को पाटने के कार्य की लीपा पोती कर दी थी जिससे बरसात में गड्ढे धंस रहे है और लोगो के लिये मुसीबत का सबब बन गये हैं।
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