दो जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से बदल गई महमूदाबाद स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर
अवध स्टेट की सबसे बडी रियासत मानी जाने वाली महमूदाबाद का इतिहास काफी स्वर्णिम रहा है। कभी रियासत काल में सबसे बडी स्टेट मानी जाने वाली महमूदाबाद क्षेत्र के लोगो को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये रियासत काल से स्थापित अस्पताल के पास ही 5 जनवरी 1936 को लेडी हैग ने महिलाओं की सुविधाओं के लिये एक डिस्पेंसरी का शिलान्यास किया। ब्रिटिश काल में स्थापित हुई यह डिस्पेंसरी समय बदलने के साथ साथ सीएचसी महमूदाबाद का अभिन्न अंग बन गया। करीब तीस दशक तक महिलाओं के यह एक दवा वितरण केन्द्र के रूप में स्थापित रहा।
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Dr. Aamar Rizvi |
बात 1984 की है। क्षेत्र के तत्कालीन विधायक व प्रदेश के वरिष्ठ कबीना मंत्री डा. अम्मार रिजवी ने क्षेत्र में एक महिला अस्पताल की जरूरत को महसूस करते हुए वर्ष 1984 के पूर्व तक दवा वितरण केन्द्र रहे अस्पताल को 24 मार्च 1984 को स्वास्थ्य मंत्री लोकपति त्रिपाठी के साथ तीस शैय्यायुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की आधार शिला रखी। उस समय यह क्षेत्र की जनता के लिये एक अलग पहल थी। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनकर तैयार होने पर 7 मई 1990 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री मुख्तार अनीस ने 30 से बढाकर 36 शैय्याओ को इस सीएचसी का लोकार्पण किया था।
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Narendra Singh Verma |
करीब दो दशक बाद महमूदाबाद महिला अस्पताल लोगो को सेवाएं देते देते काफी जर्जर हालत में पहुंच चुका था। वर्ष 2012 मेें जब उत्तर प्रदेष से समाजवादी पार्टी की सरकार बनी। क्षेत्रीय विधायक नरेन्द्र सिंह वर्मा को राज्यमंत्री का दर्जा मिला। उन्होने स्वास्थ्य सेवाओं को उच्चीकृत करना शुरू किया। महिला अस्पताल के जर्जर हालातों को देखते हुए राज्यमंत्री नरेन्द्र सिंह वर्मा ने मुख्यमंत्री से महमूदाबाद में महिला अस्पताल के हाईटेक भवन की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने 5 करोड रूपये की स्वीकृति प्रदान कर दी।
आज महमूदाबाद महिला अस्पताल का भवन लगभग पूर्ण होने की कगार पर है। इस अस्पताल में हाईटेक चिकित्सा सुविधाओं के साथ साथ लिफ्ट की व्यवस्था भी होगी।
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आयुष जैन की रिपोर्ट
महिला अस्पताल की कुछ चुनिंदा फोटोज देखियें।
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maujooda mahila asptal ka purana bhawan
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maujooda mahila asptal |
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