सलामः नहीं दिया किसी ने साथ, रिटायर्ड सैनिक ने अकेले दम पर किया इतना बडा काम


Sudheer Singh

आयुष जैन महमूदाबाद
सुधीर ने खुद इस बात का जिक्र अपनी सोशल मीडिया टाइमलाइन पर किया
महमूदाबाद, सीतापुर
भारत देश सैनिको की वीरगाथाओं का देश रहा है। हमारे देश के सैनिक अपने जज्बे और साहस के लिये जाने जाते हैं। एक ओर जहां कुशीनगर डीएम का सैनिकों का अपमान करना सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वहीं दूसरी ओर सीतापुर के रहने वाले रिटायर्ड सैनिक सुधीर कुमार ने जो किया है उससे हर देशवासी को गर्व महसूस होगा। हालांकि सुधीर को काफी धक्का लगा जब उनके इस कृत्य पर किसी ने साथ नहीं दिया।
सुधीर कुमार सीतापुर निवासी है तथा पूर्व में सेना में अपनी सेवाएं दे चुके है। बतौर सुधीर की मानें तो 19 सितम्बर 2016 को वह रोडवेज तहसील फतेहपुर जिला -बाराबंकी निजी कार्य सीतापुर से फतेहपुर जा रहे थे। तभी रास्ते में एक व्यक्ति बडे बडे बाल पागल सा दिखने वाला आदमी उन्हें दिखा। वह बताते हैं यह पागल मुझे प्यासा और भूखा नजर आया । मैने उसे भोजनऔर पानी कराया । वहाँ के अनगिनत लोगो से प्रार्थना किया कि इस लाचार की मदद करे । किसी ने उसकी मदद नहीं की फिर मैने उसे चार दिन भोजन कराया इससे वह मुझे पहचानने लगा और बात मानने लगा । तब नाई की मदद से दाढी और बाल बनवाया और उसे अच्छे से नहलाया । उसके बाएं पैर मे चोट या किसी रोग वश बड़े -बड़े कीड़े थे । मै रिक्शावाले की मदद से उसे तीन प्राइवेट नर्सिंगहोम ले गया पैसा और प्रार्थना के बावजूद किसी ने मेरी मदद नहीं की तब मै उसे सरकारी स्वास्थ्य केंद्र ले गया डाक्टर साहब से हाथ जोड़कर प्रार्थना किया कि साहब मैं देश का भूतपूर्व सैनिक हुं । इस लावारिस लाचार का सेवा करना चाहता हुं।जो भी पैसा लगेगा स्वयं दूंगा। दवा कराने के बाद मै वहाँ से सीतापुर कैंट वाले प्रतीक्षालय मे रखा था । सुधीर ने बताया कि 25 सितम्बर को यहाँ से कहीं चला गया। सुधीर बताते हैं कि अगर आपको कोई ऐसा व्यक्ति मिले तो उसकी मदद करने की कोशिश करे और मुझे प्रेरित करे।
इस खबर को हम तक पहुंचाने के लिये हम भैया ‘वागीश दिनकर’ जी का महमूदाबाद समाचार टीम की ओर से हार्दिक धन्यवाद देते हैं।







Share this

Related Posts

Previous
Next Post »