भक्त की मनोकामना पूर्ण करते हैं रौद्ररूपी भोले शंकर



महाशिवरात्रि विशेष
महमूदाबाद, सीतापुर
नगर के प्रसिद्ध संकटा देवी मंदिर की दक्षिण सरोवर में भगवान भोलेशंकर की रौद्र रूपी प्रतिमा विद्यमान है। यह प्रतिमा नेपाल के काठमाण्डू शहर के शिवमंदिर की प्रतिमूर्ति बताई जाती है। सरोवर में करीब तीन दर्जन मजबूत खम्भों पर बने रामेश्वरम् मंदिर की स्थापना नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी स्व. होलीराम राठौर ने वर्ष 1969 में कराई थी। यहां प्रत्येक सोमवार को शिव भक्तों की भीड जुटती है। मंदिर स्थापना पर प्रतिवर्ष होलीराम के परिजन उत्सव के साथ भण्डारा करते हैं।
प्रसिद्ध संकटा देवी मंदिर में भगवान बद्री विशाल, जगन्नाथ, द्वारिकाधीश के साथ हनुमान, भैरव, काली, संतोषी, अन्नपूर्णा आदि देवी-देवताओ के भव्य मंदिर स्थापित हैं। किन्तु रामेश्वरम् मंदिर में स्थापित भगवान भोलेशंकर की आदमकद प्रतिमा व मंदिर का जलाशय पर पडने वाला प्रतिबिम्ब भक्तों को बर्बश आकर्षिक करता है। यहां प्रत्येक महाशिवरात्रि पर भक्त सजावट के साथ पूजन-अर्चन के लिए दूर-दूर से आते हैं। भक्तों का मानना है कि रौद्र रूपी भगवान शंकर के पूजन अर्चन से भगवान प्रसन्न हो जाते हैं। आज तक कोई भक्त यहां से खाली हाथ नहीं गया।


Share this

Related Posts

Previous
Next Post »