महेन्द्र वर्मा को लेकर वायरल हुई झूठी खबर, जानिए क्या है सच्चाई



महमूदाबाद।
विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीति तेज होती जा रही है। महमूदाबाद से विधायक प्रदेश के कद्दावर कैबिनेट मंत्री नरेन्द्र सिंह वर्मा के बडे भाई महेन्द्र सिंह वर्मा जो कि सीतापुर से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रहे है को लेकर सोशल मीडिया पर इन दिनों एक खबर जबरदस्त वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर वायरल इस खबर में लिखा है कि ‘प्रचार करने गये सपा नेता को महिलाओं ने भगाया’। सोशल मीडिया पर खबर आते ही विपक्षियों ने इसे जमकर मुद्दा बना डाला। सोशल मीडिया पर चली ताबडतोड पोस्ट के बाद एक ओर जहां पूरे जिले की सपा में हडकम्प मच गया।

यह भी पढें:-  बसपा को झटका, अहमद संग हजारों कार्यकर्ता सपा में शामिल

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस खबर को लेकर हमने हकीकत जानने की सोची।खबर के मुताबिक महेन्द्र सिंह वर्मा शिवरूखकलां में प्रचार करने गये थे जिसके बाद उन्हें महिलाओं ने वहां से भगा दिया। लेकिन सत्यता तो कुछ और ही पाई गई। शिवरूखकलां समाजवादी पार्टी का गढ माना जाता है। क्षेत्र में नरेन्द्र सिंह वर्मा के प्रभाव के चलते शिवरूखकलां में महेन्द्र व नरेन्द्र की काफी अच्छी लोकप्रियता है।

यह भी पढें:-  अखिलेश को साइकिल मिलने पर बोले प्रदेश के कैबिनेट मंत्री........

प्रचार करने पहुंचे महेन्द्र सिंह वर्मा का ग्रामवासियों ने फूल मालाओं के साथ स्वागत भी किया था। जिसकी फोटो उन्होने खुद अपनी सोशल मीडिया टाइमलाइन पर पोस्ट की थी।
सोशल मीडिया पर शिवरूखकलां के ही कई निवासियों ने खबर का जबरदस्त खण्डन कर दिया। उनका मानना था कि गांव में ऐसा कुछ हुआ ही नही।


महेन्द्र सिंह वर्मा के प्रतिनिधि राजबहादुर वर्मा से हमने बात की तो उन्होने बताया कि एक सप्ताहिक अखबार के पोर्टल पर इस खबर का संचालन किया गया। यह विरोधियों की साजिश है। समाजवादी पार्टी अपने विकास के दम पर पूरे प्रदेश में अलग पहचान बना चुकी है। महेन्द्र सिंह वर्मा व नरेन्द्र सिंह वर्मा ने हर क्षेत्र का विकास किया है। कुछ लोगो ने गंदी राजनीति के तहत यह काम किया है जो कि निदंनीय है। सोशल मीडिया पर चली खबर न तो घटना से सम्बंधित कोई फोटो थी न ही महिलाओं के नाम व उनकी बात। जिससे साफ जाहिर हुआ कि पूरी खबर हवा में लिखी गई है।




Share this

Related Posts

Previous
Next Post »