अहिंसा का महत्व कम होना चिंता का विषय- आदर्श सागर जी




महमूदाबाद पहुंचने पर जैन मुनियों का हुआ भव्य स्वागत

महमूदाबाद, सीतापुर
बाराबंकी जनपद के तहसील फतेहपुर से सोनागिर जा रहे जैन संतों का महमूदाबाद पहुंचने पर जैन समाज द्वारा जयकारों के बीच बैण्ड की धुनों पर भव्य स्वागत कर श्री 1008 शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर लाया गया जहां जैन संतों ने श्री जी की वंदना करने के बाद उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान किया। जैन संत 108 श्री आचार्य आदर्श सागर महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने जियो और जीने दो का अमर संदेश दिया। उन्होने कहा कि हम सभी को उसका पालन करना चाहिए।
उन्होने कहा कि आज देश में अहिंसा का महत्व कम हो गया है जो कि चिंता का विषय है लोग पापाचार, अन्याय और आतंक में लिप्त है। यह विकास की नहीं विनाश की निशानी है। आचार्य ने कहा कि विदेशों से लोग भारत में शांति ढूंढने के लिये आज भी आते हैं इसके पीछे भगवान महावीर के अमर उपदेश है। देश में शांति चाहने वालों की कमी नहीं है। इसी से विदेश से आने वाले लोगो को अपने देश में शांति की अनुभूति होती है। तत्पश्चात क्षुल्लक श्री 105 श्री अरिहंत सागर और क्षुल्लक श्री 105 सिद्ध सागर महाराज ने भी प्रवचन के माध्यम से लोगो से जैन आदर्शां पर चलकर उनके प्रचार प्रसार की अपील की। इस अवसर पर जैन समाज अध्यक्ष मनोरंजन जैन, राजन जैन, जितेन्द्र जैन, सुमत कुमार जैन, मुकेश जैन, आदीश्वर जैन, शैलेश जैन, नमन जैन, आयुष जैन, विकास जैन आदि उपस्थित थे।

Share this

Related Posts

Previous
Next Post »