‘‘सपने वो नहीं जो हम सोते समय देखते है बल्कि सपने वो है जो हमें सोने नहीं देते’’
स्व. डा0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
आज मिसाइलमैन श्री डा0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन हमारा यह दायित्व है कि हम उनके अधूरे सपनों को पूरा करें। वे सपने जो उन्होने भारत की तरक्की के लिये देखे वे सपने जो उन्होने भारत की स्थिति को सुधारने
के लिये देखे थे वे सपने को उन्होने देशवासियों के लिये देखे थे हमारे लिये देखे थे। एक लेखक के तौर पर उन्होने कई पुस्तकें ‘विंग्स आॅफ फायर’, इग्निटेंड माइंड, विजन 2020 लिखी है। जो करोडो देशवासियों के लिये प्रेरणास्रोत हैं। आज पूरा देश यह महसूस कर रहा है कि डा. कलाम की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता लेकिन कलाम सर हमेशा यही कहते थे कि जब मै इस दुनिया में न होउं तो मेरी कमी मेरे देश के युवा पूरी करेंगें। डा0 अबुल पाकिर जैनुलआब्दीन अब्दुल कलाम ने भारत को 2020 तक परमाणु शक्ति सम्पन्न बनाने का जो सपना देखा था उसे पूरा करने की जिम्मेदारी उन्होने देश के युवाओं को दी है।
डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम आजाद नये नये विचारों के धनी थे वे हमेशा युवाओं को नई प्रेरणा देते रहते थे। उन्होने अपनी किताब ’इण्डिया 2020’ में उन्होने 2020 तक भारत को सर्व सम्पन्न देश बनाने के रास्तों को बताया है। वे हमेशा कहा करते थे कि हमारे देश के पास प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं फिर भी हम अपनी प्रतिभाओं को पहचान नहीं पाते है क्यो? उनकी किताब इण्डिया 2020 युवाओं के बीच काफी पसंद की गई । उन्होने 1997 से इण्डिया 2020 पर बोलना प्रारम्भ कर दिया था और 1998 में उनकी किताब छपी थी। अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान वे हमेशा स्कूल कालेजों में जाकर युवाओं, छात्रों को देश के लिये प्रेरित किया करते थे। आज वो हमारे बीच तो नहीं है लेकिन उनकी यादें, उनकी बताई गई बातें सदैव हमारा पथ प्रदर्शन करती रहेंगी। उनका सपना जो उन्होने देश के लिये देखा था उसे पूरा करने की जिम्मेदारी देश के युवाओं की है।
स्व. डा0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
आज मिसाइलमैन श्री डा0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन हमारा यह दायित्व है कि हम उनके अधूरे सपनों को पूरा करें। वे सपने जो उन्होने भारत की तरक्की के लिये देखे वे सपने जो उन्होने भारत की स्थिति को सुधारने

डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम आजाद नये नये विचारों के धनी थे वे हमेशा युवाओं को नई प्रेरणा देते रहते थे। उन्होने अपनी किताब ’इण्डिया 2020’ में उन्होने 2020 तक भारत को सर्व सम्पन्न देश बनाने के रास्तों को बताया है। वे हमेशा कहा करते थे कि हमारे देश के पास प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं फिर भी हम अपनी प्रतिभाओं को पहचान नहीं पाते है क्यो? उनकी किताब इण्डिया 2020 युवाओं के बीच काफी पसंद की गई । उन्होने 1997 से इण्डिया 2020 पर बोलना प्रारम्भ कर दिया था और 1998 में उनकी किताब छपी थी। अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान वे हमेशा स्कूल कालेजों में जाकर युवाओं, छात्रों को देश के लिये प्रेरित किया करते थे। आज वो हमारे बीच तो नहीं है लेकिन उनकी यादें, उनकी बताई गई बातें सदैव हमारा पथ प्रदर्शन करती रहेंगी। उनका सपना जो उन्होने देश के लिये देखा था उसे पूरा करने की जिम्मेदारी देश के युवाओं की है।