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बातचीत के दौरान पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डा. अम्मार रिजवी (Mmbsamachar) |
आयूष जैन महमूदाबाद।
गत दिनों के प्रदेश के राज्यपाल के सामने मैने एक अनुरोध किया था कि महमूदाबाद क्षेत्र की समस्याओं को समाप्त करने के लिये एक संयुक्त अपील की जाये और केन्द्र सरकार को एक संयुक्त मांगपत्र जिसमें जिले के सभी विधायक, सांसद मिलकर सहमत हो उसको भेजना चाहिए। क्षेत्र के विकास में दलगत राजनीति कोई मायने नहीं रखती है। सभी को साथ आने की जरूरत है। प्रदेश के पूर्व कार्यवाहक मुख्यमंत्री डा. अम्मार रिजवी ने महमूदाबाद स्थित मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट आॅफ ह्यूमनीटीज में बातचीत के दौरान कही।डा. रिजवी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों को रेलवे लाइन से जोड़ा जाना बहुत जरूरी है। पिछले करीब छह साल से यह मामला चल रहा है। इस सम्बंध में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी बात हुई है। लेकिन सभी जनप्रतिनिधियों को इस मामले में साथ आना चाहिए। जिले के सभी विधायक, सांसद, पूर्व विधायक व पूर्व सांसद एक संयुक्त अपील के साथ केन्द्र सरकार के समक्ष अपनी बात रखें और रेल लाइन की जरूरत को पूरा किया जाये।
सवाल: सरकार सवर्णाें के लिये दस फीसदी आरक्षण बिल लाई है जिसको विपक्ष चुनावी स्टंट बता रहा है और दूसरी ओर समर्थन भी कर रहा है। क्या कहेंगें?
डा0 रिजवी: सरकार ने पुराने आरक्षण के साथ कोई छेडछाड नहीं की है जिससे उनको कोई परेशानी नहीं होगी। लेकिन सरकार ने गरीब सवर्णाें के लिये सिर्फ दस फीसदी आरक्षण का प्रावधान किया है जबकि आज कई सवर्णाें के मेधावी विद्यार्थी सुविधाओं से वंचित है। ऐसे में सवर्णाें के लिये ये आरक्षण 20 फीसदी होना चाहिए जो उन्हें मिल जाना चाहिए था। सरकार जो बिल लाई है वह देर में भले ही आया लेकिन अगर कोई अच्छी चीज देर में भी आये तो उसकी प्रशंसा करनी चाहिए। इससे लोगो को फायदा होगा।
सवाल: राममंदिर देष का ज्वलंत मुद्दा है। राममंदिर निर्माण पर आपका क्या विचार है?
डा0 रिजवी: राममंदिर का मामला जब न्यायालय में विचाराधीन है तो हमें फैसले का इंतजार करना चाहिए। सभी पक्ष कोशिश करें कि फैसला जल्द आ जाये क्योंकि जितनी देर होगी उतनी ही कटुता बढ़ेगी। मेरी राय है कि हिन्दू और मुसलमान दोनों को न्यायालय के फैसले का सम्मान करना चाहिए। अगर फैसला हिन्दुओं के पक्ष में है तो मुसलमानों को मंदिर बनाने में सहयोग करना चाहिए और अगर मुसलमानों के पक्ष में है तो हिन्दुओं को पहल करनी चाहिए। अगर न्यायालय के विचाराधीन फैसले के लिये कोई अध्यादेश लाया जाता है तो फिर अदालतें समाप्त हो जायेगीं।
सवाल: क्या आप सीतापुर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगें ?
डा0 रिजवी: कांग्रेस पार्टी का जो निर्देश होगा मुझे उसका पालन करना है लेकिन सीतापुर से लोकसभा का टिकट सीतापुर के लोगो के बीच से ही वार्ता करके निकाला जाये। अगर पार्टी बाहर से प्रत्याशी लाती है तो लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता यह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगें। कांग्रेस को इस बारे में अपनी सोच बदलनी चाहिए और कांग्रेस ने सुधार भी किया है। एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत इसीलिये हुई क्योंकि कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं से बीच जाकर लोगो को टिकट दिये हैं।
सवाल: क्षेत्र के विकास को लेकर नई रणनीति या योजना?
डा0 रिजवी: उन्होने कहा कि 1998 से ही सीतापुर को कमिश्नरी बनाने के मैं पक्ष में रहा हूॅं। अगर चित्रकूट को कमिश्नरी बनाया जा सकता है तो जहां नैमिष, मिश्रिख जैसी महत्वपूर्ण और बडी-बड़ी चीजें है वहां कमिश्नरी क्यों नहीं बन सकता? इससे सम्पूर्ण जिले का समुचित विकास भी होगा। हर तहसील में एक बड़ा कारखाना होना बहुत जरूरी है। उन्होने कहा कि मेरा प्रमुख उद्देश्य यही है कि ग्रामीण क्षेत्रों को रेल लाइन से जोड़ा जाये, महमूदाबाद को जिला बनाया जाये, मेडिकल कालेज और विश्वविद्यालय की स्थापना हो। वर्ष 1857 के समय सीतापुर जनपद को अवध का अहम हिस्सा माना जाता था तथा सीतापुर के खैराबाद का स्टेटस काफी ऊंचा था लेकिन धीरे-धीरे स्टेट्स के पतन का दौर शुरू हो गया और आज लगभग समाप्त हो चुका है। हम सबको सीतापुर का वही गौरव वापस लाना है। महमूदाबाद क्षेत्र में आज डिग्रीधारक युवा तेजी से बढ़ रहे है लेकिन रोजगार के साधन का कोई इंतजाम नहीं है। चुनावों से अलग युवाओं के लिये रोजगार की बात महत्वपूर्ण है। रोजगार की बात होनी चाहिए।