आयुष जैन महमूदाबाद, सीतापुर
परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने महमूदाबाद विद्युत पावर हाउस तथा कृषि उत्पादन मण्डी समिति में संचालित गेंहू क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया। परिवहन मंत्री के औचक निरीक्षण से दोनो विभागों के अधिकारियों में हडकम्प मच गया।
पीडब्यूल्डी गेस्ट हाउस से परिवहन मंत्री ने काफिले ने अचानक गल्ला मण्डी परिसर में प्रवेश किया। गल्ला मण्डी परिसर में बने गेंहू क्रय केन्द्र के सम्बंध में मण्डी सचिव रूक्मणी विष्ट को तलब किया। मण्डी सचिव ने बताया कि मण्डी परिसर में चार क्रय केन्द्र स्थापित है। परिवहन मंत्री गेंहू क्रय केन्द्रों पर पहुंचे तो एक क्रय केन्द्र के प्रभारी अनुपस्थित मिले जिस पर जानकारी करने पर बताया कि दिन में खुला हुआ था वर्तमान में शायद बंद करके चले गये हैं। उसके दूसरी ओर स्थापित खाद्य विभाग के क्रय केन्द्र पर पहुंचकर मंत्री ने केन्द्र प्रभारी को तत्काल तलब करते हुए गेंहू की खरीद के सम्बंध में जानकारी ली। मंत्री के अचानक पहुंचते ही केन्द्र प्रभारी सकते में आ गये। मंत्री द्वारा लगातार सवाल पूछे जाने कि कितनी खरीद हो पाई है, कितने का लक्ष्य है, क्या किसान नहीं आ रहे है? केन्द्र प्रभारी हकलाते नजर आऐ। बगल में खडे एसडीएम ने उन्हें आराम से जवाब देने की हिदायत दी। तत्पश्चात उन्होने मंत्री को संतुष्टपरक जवाब दिया।
हाल ही में जिलाधिकारी द्वारा खरीद मे शुरू किये गये टोकन सिस्टम के बारे मं उपजिलाधिकारी ने विस्तार से बताया जिस पर परिवहन मंत्री ने सिस्टम की तारीफ की। मण्डी परिसर ने मंत्री का काफिला विद्युत पावर हाउस के लिए निकला। औचक निरीक्षण होने के कारण पावर हाउस के अधिकारियों में हडकम्प मच गया। पावर हाउस में मौजूद विद्युत जेई आनन्द मौर्य को तत्काल मंत्री ने तलब किया और सबसे पहला सवाल किया कि
मंत्री- अभी तक ट्रांसफार्मर बदलने की कितनी शिकायतें आई है?
जेई- सरररर..... तीन शिकायतें मिली हैं?
मंत्री- शिकायत दिखाईए?
जेई- सर लिखित में नहीं है फोन पर मिली है।
मंत्री- कब फोन आया था?
जेई- सर पहला फोन शनिवार को आया था।
मंत्री- ट्रांसफार्मर बदला गया वहां का?
जेई- नहीं सर अभी नहीं।
मंत्री- क्यो? सरकार के निर्देश क्या है? क्या आपको पता नहीं है? सरकार ने ट्रांसफार्मर बदलने की कितने दिनों की सीमा तय की है?
जेई- सर ग्रामीण क्षेत्रों में 48 घण्टे, और शहरी क्षेत्रों में 24 घण्टे में।
मंत्री- तो आपको फोन पर शिकायत मिले कितना समय बीता?
जेई- सर 72 घण्टे।
मंत्री- अब बताइए आपने तो सरकार के आदेशों की धज्जियां उडा दी।
जिसके बाद मंत्री ने एसडीएम के माध्यम से तत्काल विद्युत एक्सईएन सीतापुर को मोबाइल पर निर्देशित किया कि सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर ट्रांसफार्मर बदलने की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
मंत्री के औचक निरीक्षण के बाद दोनो विभागों के अधिकारियों में जहां विद्युत जेई के पसीने छूट गये वहीं क्रय केन्द्र प्रभारी हकलाते नजर आए।
जेई आनन्द मौर्य ने ट्रांसफार्मर बदलने के प्रोसेस के बारे में मंत्री को अवगत कराते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर बदलने के लिए दो दिन का पेपर वर्क करना पडता है। जिसके बाद हमारा खराब ट्रांसफार्मर सीतापुर भेजा जाता है जिसके बाद नया ट्रांसफार्मर वहां से प्राप्त होता है। जिसमें करीब तीन-चार दिनों का समय लग जाता है। जबकि शहरी क्षेत्रों में हमारे पास एक अतिरिक्त ट्राली ट्रांसफार्मर मौजूद रहता है। उन्होने मंत्री के समक्ष विद्युत पावर हाउस में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर रखवाने की व्यवस्था किये जाने की बात रखी।